तेरी ही आंचल में निकला बचपन SHARE FacebookTwitter तेरी ही आंचल में निकला बचपन, तुझ से ही तो जुड़ी हर धड़कन; कहने को तो माँ सब कहते, पर मेरे लिए तो है तू भगवान। हैप्पी मदर्स डे! SHARE FacebookTwitter
माँ के बिना ज़िंदगी वीरान होती है, तन्हा सफर में हर राह सुनसान होती है, ज़िंदगी में मां .......Read Full Message
हज़ारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हज़ारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हज़ारों बूंदें चाहिए समंदर.......Read Full Message
सारे जहान में नहीं मिलता बेशुमार इतना, सुकून मिलता है माँ के प्यार में जितना; बेहद.......Read Full Message
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हजारों बून्द चाहिए समुद्र बना.......Read Full Message